इस्लामाबाद, एजेंसियां। नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर पर ऐतिहासिक फैसला करते हुए राज्य को विशेष अधिकार देने वाले अनुच्छेद-370 को खत्म करने का फैसला किया है। भारत के इस फैसले पर पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तानी शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है वहीं इमरान खान ने पाकिस्तान संसदीय समिति की बैठक बुला ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने भारत को गीदड़ भभकी देते हुए कहा है कि भारत ने बहुत खतरनाक खेल खेला है। समूचे इलाके पर इसका भयानक असर हो सकता है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद क़ुरैशी ने कहा कि भारत ने बहुत खतरनाक खेल खेला है। समूचे इलाके पर इसका घातक असर हो सकता है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान कश्मीर मसले को समाधान की ओर ले जाना चाहते हैं जबकि भारत सरकार ने इस फैसले से समस्या को और जटिल बना दिया है। अब कश्मीरियों पर पहले से ज्यादा पहरा बिठा दिया गया है। हमने इस बारे में संयुक्त राष्ट्र को बता दिया है। हमने इस्लामिक देशों को भी इस बारे में बता दिया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने यह एकतरफा फैसला लिया है। इस अंतरराष्ट्रीय विवाद में पाकिस्तान एक कथित पक्षकार के तौर पर भारत के इस कदम को खत्म करने के लिए सभी संभावित उपायों को आजमाएगा। कश्मीर एक अंतरराष्ट्रीय विवादित क्षेत्र है। भारत का कोई भी कदम कश्मीर के विवादित स्टेटस को बदल नहीं सकता है। यह फैसला पाकिस्तान और कश्मीर के लोगों को कभी भी मंजूर नहीं होगा। पाकिस्तान कश्मीरियों को अपना समर्थन देना जारी रखेगा। पाकिस्तान ने कहा कि सभी मुसलमान मिलकर कश्मीरियों की सलामती की दुआ करें। पाकिस्तानी कौम पूरी तरह से कश्मीरियों के साथ है।
वहीं पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा है कि भारत सरकार का अनुच्छेद-370 को खत्म करने का फैसला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council, UNSC) के प्रस्तावों के खिलाफ है। भारत ने यह कदम कश्मीरी आवाम के खिलाफ उठाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के मुताबिक, इस मसले का शांतिपूर्ण समाधान पर जोर देता रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी (Pakistan Muslim League-Nawaz, PML-N) के अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने भी मोदी सरकार के इस फैसले की मुखालफत की है। उन्होंने कहा है कि भारत का यह कदम अस्वीकार्य और दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाने वाला है।
बता दें कि कश्मीर में भारत सरकार द्वारा अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती से परेशान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के साथ बैठक की थी। इस बैठक में पाकिस्तान ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए कश्मीर मुद्दे का राग अलापा। बैठक में पाकिस्तान ने भारत पर यह आरोप लगाया कि नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैनिक आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बलों के ऑपरेशन से घाटी में मौजूद आतंकियों की कमर टूट चुकी है। यही नहीं आतंकवादी घुसपैठ की उसकी कोशिशें भी नाकाम साबित हुई हैं। इससे उसकी बौखलाहट बढ़ गई है।