स्टॉकहोम. साल 2019 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार स्वीटजरलैंड के मिशेल मेयर, दिदिएर क्वेलोज और कनाडाई अमेरिकी मूल के भौतिकविद जेम्स पीबल्स को मिला है। स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में 2019 के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा सोमवार से शुरू हुई है। 14 अक्टूबर तक कुल छह क्षेत्रों में नोबेल पुरस्कार विजेता का ऐलान होगा।
सोमवार को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के विलियम जी. केलिन जूनियर और ग्रेग एल सेमेन्जा, ब्रिटेन के सर पीटर जे. रैटक्लिफ को दिया गया। वहीं, स्वीडिश अकादमी 2018 और 2019 दोनों ही वर्षों के लिए साहित्य नोबेल पुरस्कारों का ऐलान करेगी। पिछले साल उभरे यौन उत्पीड़न के मामले की वजह से 2018 के साहित्य नोबेल की घोषणा को अकादमी ने स्थगित कर दिया था।
शांति के लिए ग्रेटा थन्बर्ग प्रबल दावेदार
इस साल शांति पुरस्कार के लिए नार्वेजियन नोबेल समिति को 301 नामांकन मिले थे, जो कि 1901 में पहले पुरस्कार के दिए जाने के बाद की सबसे बड़ी संख्या है। इस बार, 16 वर्षीय स्वीडिश जलवायु एक्टिविस्ट ग्रेटा थन्बर्ग को इस पुरस्कार के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उन्होंने जलवायु को बचाने के लिए एक वैश्विक आंदोलन को प्रेरित किया था। अगर उन्हें नोबेल दिया जाता है तो वो नोबेल पुरस्कार पाने वाली सबसे कम उम्र की विजेता बन जाएगी। इससे पहले, हाल ही में उन्हें वैकल्पिक नोबेल पुरस्कार भी प्रदान किया गया था।
नोबेल पुरस्कार में क्या मिलता है?
नोबेल पुरस्कार के हर विजेता को करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि दी जाती है। इसके साथ 23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। पदक के एक ओर नोबेल पुरस्कार के जनक अल्फ्रेड नोबेल की छवि, उनके जन्म तथा मृत्यु की तारीख लिखी होती है। पदक की दूसरी तरफ यूनानी देवी आइसिस का चित्र, रॉयल एकेडमी ऑफ साइंस स्टॉकहोम तथा पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति की जानकारी होती है।