प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ की आधारशिला रख दी है. इस कार्यक्रम से पहले पीएम मोदी हनुमानगढ़ी में ‘पूजा’ और ‘दर्शन’ किया. मंदिर के शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए पीएम मोदी अयोध्या के दौरे पर पहुंचे हैं. मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के लिए पीएम मोदी एक पट्टिका का अनावरण करेंगे और इस मौके पर ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करीब 2 घंटे के लिए अयोध्या में रहेंगे.
ऐसा है पीएम मोदी का अयोध्या का कार्यक्रम
• 9:35 AM: दिल्ली से अयोध्या के लिए रवाना होंगे.
• 10:35 AM: लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंडिंग
• 10:40 AM: हेलिकॉप्टर से अयोध्या के लिए रवाना.
• 11:30 AM: अयोध्या के साकेत कॉलेज हेलिपैड पर आगमन.
• 11:40 AM: हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन
• 12:00 PM: राम जन्मभूमि पर रामलला के दर्शन
• 12:15 PM: राम मंदिर प्रांगण में पौधरोपण
• 12:30 PM: भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू
• 12:40 PM: राम मंदिर का शिलान्यास
• 1:10 PM: राम मंदिर ट्रस्ट के लोगों के साथ बैठक
• 2:05 PM: साकेत हेलिपैड के लिए रवाना
• 2:20 PM: लखनऊ के लिए रवाना.
इस बीच मंदिर के पुजारी इस बात से उदास हैं कि वे कोविड-19 महामारी से संबंधित दिशानिर्देश के कारण प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात नहीं कर पाएंगे. हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि मंदिर में हम सभी लोगों ने प्रधानमंत्री को गदा, मुकुट, चांदी की ईंट, अंगवस्त्रम और एक पगड़ी भेंट करने की तैयारी की थी मगर कोविड-19 की वजह से अब यह संभव नहीं हो पाएगा, लिहाजा हमने मोदी को भेंट देने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री यहां पूजा-अर्चना करेंगे लेकिन सभी पुजारी उनसे दूर रहेंगे. किसी को भी उनके नजदीक जाने की इजाजत नहीं होगी. प्रधानमंत्री यहां 5-7 मिनट रुकेंगे. महंत दास ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम ऐतिहासिक होगा. उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी मंदिर में सभी वैदिक अनुष्ठान सोमवार को शुरू हो गए थे और वे भूमि पूजन तक जारी रहेंगे.
गौरतलब है कि हनुमानगढ़ी उत्तर भारत के सबसे मशहूर हनुमान मंदिरों में से है. इस मंदिर में हनुमान जी की माता अंजनी की मूर्ति है जिनकी गोद में छोटे हनुमान जी बैठे हुए हैं. इस मंदिर के बारे में महंत ने बताया कि लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद जब भगवान राम अयोध्या लौटे थे तब उन्होंने हनुमान जी को रहने के लिए यह जगह दी थी. इसीलिए इसका नाम हनुमानगढ़ी या हनुमान कोट पड़ गया. ऐसा माना जाता है कि इसी जगह से हनुमान जी रामकोट की सुरक्षा करते थे.
This article is taken from Aajtak